पुलिस थाना आष्टा दो नाबालिक बच्चों सहित गुम महिला को दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त।*

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  दिनांक 08.07.2024

 *पुलिस थाना आष्टा दो नाबालिक बच्चों सहित गुम महिला को  दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त।* 
1. दिनांक 28.06.24 को ग्राम मणिपुर झीकड़ी निवासी फरियादी ने अपनी पत्नी सहित दो बच्चों के घूमने की किसी रिपोर्ट।
2. थाना आष्टा में दर्ज था अपराध।
3. गत दिवस आष्टा पुलिस ने दोनों बच्चों सहित मां को खोजने में सफलता प्राप्त की।

            पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री मयंक अवस्थी द्वारा इस आशय के निर्देश इकाई के समस्त थाना प्रभारियों को दिये गए है कि नाबालिक बच्चों एवं महिलाओं के गुमने की सूचना पर घटना को गंभीरता से लिया जाकर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही जल्द से जल्द गुमशुदा की तलाश की जावे ।
इसी के तारतम्य मे थाना आष्टा पुलिस द्वारा  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर श्री गीतेश गर्ग एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस आष्टा श्री आकाश अमलकर के मार्गदर्शन मे कार्यवाही करते हुए थाना प्रभारी रविन्द्र यादव के नेतृत्व मे गठित टीम द्वारा कार्यवाही की गई।
 *घटना का विवरण: -* दिनांक 28/06/2024 को सूचनाकर्ता फरियादी निवासी मणिपुर झिकड़ी थाना सिद्धिगंज तहसीलआष्टा  हाल मालवीय नगर आष्टा द्वारा रिपोर्ट किया कि कल दिनांक 27/06/2024 को मेरे दोनों बच्चे वह पत्नी घर पर नहीं थे जिन्हें मैं आसपास तलाश किया और रिश्तेदारी में पूछताछ की कोई पता नहीं चला। मुझे शंका है मेरी पत्नी और बच्चों को अमृतलाल निवासी तराना  बहला फुसला कर अपने साथ ले गया है रिपोर्ट पर थाना आष्टा में अपराध क्रमांक 401/2024 धारा 363 भादवि.का कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में गुम बालक बालिका एवं महिला की तलाश हेतु थाना स्तर पर टीम का गठन किया गया। उक्त टीम द्वारा दिनांक 7.7.2024 को गुम बालक बालिका एवं महिला का पता लगाने में सफलता प्राप्त की। जिनकी थाने पर विधिवत दस्तयाबी कर महिला के कथन लेख किए गए। जिसने अपने कथनों में बताया कि उसका पति शराब पीकर आए दिन मारपीट करता है झगड़ा करता है मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती हूं। महिला के न्यायालय के समक्ष कथन कराया गया। कोई जरूरत नहीं होने से महिला को वयस्क होने से अपनी मर्जी से रुखसत किया।
                     
महत्वपूर्ण भूमिकाः-निरीक्षक रविंद्र यादव,उप निरीक्षक अपर्णा भट्ट, प्रधान आरक्षक-  सुरेश परमार, आरक्षक राहुल, महिला आरक्षक रजनी, महिला आरक्षक हंस, महिला रचना आदि।

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