किसान विजेन्द्र परमार, रामकुमार बकापुर ढकनी, रिंकु सिंह मालीखेड़ा ने कलेक्टर से की गई शिकायत में आरोप लगाते हुए बताया कि हमारे द्वारा शीत केन्द्र आष्टा में पहुंचाये गए दुग्ध में दुग्ध शीत केन्द्र आष्टा के प्रबंधक राजेश गोयल एवं यहां के कर्मचारियों द्वारा लगातार दूध की फैट कम बताई जा रही है, जबकि हमारी मशीनों में फैट बड़ी हुई आ रही है। इस संबंध में प्रबंधक राजेश गोयल को फैट संबंधित शिकायत के लिए हम दुग्ध शीत केन्द्र आष्टा पहुंचे तो प्रबंधक श्री गोयल ने अभद्र व्यवहार करके वहां से हमें बाहर निकलने को कहा। यहां के कुछ कर्मचारियों ने दबे मुहं किसानों से कहा कि जो माल देता है उसी सोसाइटी की फैट बढ़ी हुई दिखाई जाती है।
दुग्ध शीत केन्द्र की मशीन की जांच कराएं
किसानों ने मांग करते हुए कहा कि दुग्ध शीत केन्द्र मशीन की जांच की जाए एवं प्रबंधक के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाए। ज्ञाते रहे कि प्रबंधक राजेश गोयल पर पूर्व में प्रबंधक पशु आहार संयंत्र पचामा के पद पर रहते हुए एवं सीहोर मंडी सचिव रहते हुए भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लग चुके है। प्रबंधक अब शीत केन्द्र पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। किसानगण ने कहा कि दुग्ध खरीदी मे हो रही धांधली नहीं रुकी तो किसान आन्दोलन करने को बाध्य होंगे। मामले में किसानों ने प्राधिकृत अधिकारी एमपीसीडीएफ भोपाल गुलशन बामरा से भी शिकायत की है।